क्रेडिट कार्ड क्या होता है ? इसके फायदे और नुकसान- what is credit card | advantage and disadvantage.

 क्रेडिट कार्ड क्या है? फायदे और नुकसान - What is credit card Advantage and Disadvantage.

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के न्यू आर्टिकल में। तो इस आर्टिकल में हम जानेंगे की क्रेडिट कार्ड क्या होता है इसके फायदे क्या क्या है और इसके नुकसान क्या होते हैं

क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड आमतौर पर लगभग 16 अंकों का कार्ड नंबर होता है जिसमें समाप्ति तिथि और व्यक्तिगत पहचान संख्या (पिन) लगे होते हैं। लेकिन डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के बीच अंतर यह है कि डेबिट कार्ड बैंक में जमा हुए पैसों को निकालने और खर्च करने की अनुमति देता है।

जबकि क्रेडिट कार्ड उपभोक्ताओं को कार्ड जारीकर्ता से नगद निकालने के लिए एक निश्चित सीमा तक पैसे उधार लेने की अनुमति देते हैं। तो आइए सबसे पहले समझते हैं क्रेडिट कार्ड क्या होता है।

What is credit card- क्रेडिट कार्ड क्या है?

क्रेडिट कार्ड एक प्लास्टिक मनी होता है। जो बैंक द्वारा दिया जाता है, क्रेडिट कार्ड एक उधारी खाता भी होता है। 

या आप कह सकते हैं, क्रेडिट कार्ड एक वित्तीय संस्था द्वारा जारी किया जाने वाला एक कार्ड होता है, यह कार्ड धारक को उस संस्था से धन उधार लेने में सक्षम बनाता है।

 क्रेडिट कार्ड से आप जब चाहे बैंक से लोन ले सकते हैं, लेकिन इसकी एक लिमिट फिक्स होती है वह लिमिट आपके बैंक के ऊपर डिपेंड होती है, जैसे ₹25000 से लेकर ₹300000 तक क्रेडिट कार्ड से आप खरीददारी



 और बिल भुगतान कर सकते हैं, लेकिन इसमें आपके बैंक द्वारा 40 से 50 दिन की लिमिट दी जाती है, आप क्रेडिट कार्ड से जितना भी पैसा खर्च करते हैं उस पैसे को 40 से 50 दिन में बैंक को भुगतान करना जरूरी होता है।

अगर आप 40 से 50 दिन में भुगतान नहीं कर पाते हैं तो बैंक के तरफ से आप से ब्याज भी लिया जाता है।

क्रेडिट कार्ड उन्हीं लोगों को दिया जाता है जो लोग कोई नौकरी या व्यवसाय करते हैं और उनकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो।

क्रेडिट कार्ड के फायदे- Advantage of Credit card:-

1. Cashback offers:-

जब भी आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं उसमें आपको अक्सर आपको डेबिट कार्ड से ज्यादा क्रेडिट कार्ड पर भारी छूट देखने को मिलता होगा।
जैसे ₹500 की शॉपिंग कीजिए और 25% का कैशबैक पाइए।

2. Rewards Point:-

अक्सर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं आप देखे होंगे कि अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड के 100 पॉइट्स है तो आप यह सामान ले जा सकते हैं।
इस रिवॉर्ड पॉइंट को earn किया जाता है, जब आप क्रेडिट कार्ड से फ्लाइट टिकट या बस टिकट बुक करते हैं तो उसमें 10 से 20 पॉइंट मिल जाते हैं इस तरह आप रिवॉर्डज प्वाइंट को कलेक्ट कर के कुछ दूसरा सामान खरीद सकते हैं।

3. Credit card bonus:-

जब भी आप फ्लाइट टिकट या बस टिकट बुक करते हैं तो उसमें क्रेडिट कार्ड से ज्यादा सस्ते में बुक हो जाता है वहीं डेबिट कार्ड से काफी मांगे में बुक होता है।

4. Amazon/Flipkart offers:-

जब आप Amazon or Flipkart शॉपिंग करते हैं तो आपने अक्सर देखा होगा की क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करिए आपको ₹1000 की छूट मिलेगी। इस तरह से क्रेडिट कार्ड पर ऑफर चलते रहते हैं।

5. Purchasing power - क्रय शक्ति:-

क्रेडिट कार्ड कार्ड धारकों के परचेसिंग पावर को बढ़ाता है, क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ता अपने क्रेडिट कार्ड से टिकट खरीददारी करने में सक्षम बनाता है।

6. Traceability - ट्रेसबिलिटी:-

क्रेडिट कार्ड के साथ आने वाला इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड्स आपके खर्च को ट्रैक करता है और धोखाधड़ी की पहचान करता है।

7. आपातकालीन स्थिति में मददगार:-

क्रेडिट कार्ड इमरजेंसी में काफी मददगार होता है।
मान लीजिए आप क बैंक खाते में पैसा नहीं है
 और आपको पैसों की जरूरत है तो आप वहां पर क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा आपको क्रेडिट कार्ड से बहुत सारी सुविधाएं मिलती हैं जैसे-
  • लोन लेने में आसानी।
  • पेमेंट करने में सुविधा।
  • रिचार्ज और टिकट लेने में आसानी हो जाती है।
  • एक्स्ट्रा बेनिफिट मिलता है




क्रेडिट कार्ड के नुकसान- Disadvantage of Credit Card:-

1. Cash withdrawal penalty charge:-

अगर आप क्रेडिट कार्ड से cash withdrawal करते हैं तो आप को पेनाल्टी चार्ज भी लग सकते हैं। यह प्रणाली रिचार्ज ₹500 से ₹1000 हो सकता है। इसलिए आप क्रेडिट कार्ड से कैश विड्रोल ना करें।

2. High interest- अधिक ब्याज:-

क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना अनिवार्य रूप से एक प्रकार का उधार होता है। इसलिए
बैंक द्वारा दी गई 30 से 40 दिन की लिमिट आप क्राश कर जाते हैं तो बैंक को ज्यादा इंटरेस्ट के साथ पैसा चुकाना पड़ सकता है।

2. No Secure- सुरक्षित नहीं होता है:-

क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड की तुलना में सिक्योर नहीं होता है। अगर आप क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करते हैं तो उसमें पेमेंट करते समय पिन नहीं मांगता है इसलिए क्रेडिट कार्ड सिक्योर नहीं होता है।

3. Increase expenses- खर्च को बढ़ा देता है:-

क्रेडिट कार्ड लोगों के खर्च को बढ़ा देता है क्योंकि क्रेडिट कार्ड में बैंक का पैसा होता है और क्रेडिट कार्ड से आपको कभी भी पैसों की कमी का महसूस नहीं होता है।
क्रेडिट कार्ड से जीवन आसान हो जाता है लेकिन वह ओवरस्पेंडिंग को भी आसान बना देता है क्रेडिट कार्ड से आप वह पैसा खर्च कर देते हैं जो अभी तक जरूरी नहीं होता है।

4. Hacking:-

आज के समय में भले ही टेक्नोलॉजी बढ़ रही हो लेकिन उसके साथ साथ हैकिंग भी हो रही है।
यूनिक खतरे उठाते हैं क्रेडिट कार्ड चोरी हो सकता है, और क्रेडिट कार्ड में पिन ना होने के कारण आपका क्रेडिट कार्ड हैक किया जा सकता है जिससे आपके काफी पैसों की हानि हो सकती है।

क्रेडिट कार्ड चार श्रेणियों में जारी किए जाते हैं - Credit cards are issued in four categories:-

1. Standard cards:- 

स्टैंडर्ड कार्ड केवल अपने उपयोगकर्ताओं के लिए क्रेडिट का विस्तार करने के लिए दिया जाता है।

2. Rewards cards:-

रिवॉर्ड कार्ड ग्राहकों को कैशबैक या यात्रा पॉइंट और अन्य लाभ के लिए प्रदान किए जाते हैं।

3. Secured credit cards:-

सुरक्षित क्रेडिट कार्ड के लिए नगद जमा और निकासी के लिए प्रयोग किया जाता है।

4. Charge cards:-

चार्ज कार्ड की कोई पूर्व निर्धारित खर्च सीमा नहीं है। लेकिन अक्सर इस से महीने से महीने तक भुगतान करने का चार्ज लिया जाता है


क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें- how to apply for credit card:

क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए आपका खाता जिस बैंक में है उस बैंक से संपर्क करके आप क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
या आप जिस बैंक का क्रेडिट कार्ड लेना चाहते हैं उस बैंक के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर क्रेडिट कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वैसे भी अगर आप अपने बैंक से ज्यादा का ट्रांजैक्शन करते हैं और बैलेंस रखते हैं तो बैंक की तरफ से क्रेडिट कार्ड के लिए कॉल किया जाता है।



Read More---------

QR Code kya hota hai? (What is QR Code?):-

क्यूआर कोड का पूरा नाम क्विक रिस्पांस (quick response) होता है। क्यूआर कोड एक प्रकार का मैट्रिक्स बारकोड है, जिसे पहली बार 1994 में जापान में मोटर वाहन उद्योग के लिए डिजाइन किया गया था। क्यूआर कोड या बारकोड एक मशीन के पढ़ने योग्य होता है जिसमें उस वस्तु के बारे में जानकारी होती है जिससे वह वस्तु जुड़ा होता है। अक्सर क्यू आर कोड में एक लोकेटर या ट्रैकर लगा होता है जो किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन को इंगित करता है।

क्यूआर कोड को 4 इनकोडिंग मोड में प्रयोग किया जाता है (numeric, alphanumeric, byte, binary) इन चारों से क्यूआर कोड को मनाया जाता है जिसमें सारा डाटा स्टोर रहता है।

क्यूआर कोड को एक सफेद बैकग्राउंड पर एक चौकोर ग्रेड में व्यवस्थित किया जाता है और जिसमें काले वर्ग होते हैं, जिसे एक डिवाइस या कैमरे द्वारा पढ़ा जाता है।



क्यूआर कोड बनाने के लिए यहां क्लिक करें 👇

How to generate QR code free



डेबिट कार्ड क्या होता है डेबिट कार्ड के फायदे और नुकसान 





Post a Comment

1 Comments